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Showing posts from July, 2017

जनसंख्या का संक्रमण और जनसंख्या बचने के उपाए

                        जनसंख्या का संक्रमण प्रशन : जनसंख्या के जनाकीय की संक्रमण सिद्धांत की व्याख्या कीजिए जनसंख्या में वृद्धि आर्थिक विकास को दो तरफा संबंध को स्पष्ट कीजिए                         उतर :                                                         जनसंख्या का संक्रमण सिद्धांत जनसंख्या के जनानकीय / संक्रमण सिद्धांत का प्रतिपादन माल्थस के द्वारा उनकी पुस्तक as on the principles of the population मैं किया गया है!                                                                                                  इस सिद्धांत में माल्थस ने अर्थव्यवस्था के आर्थिक विकास तथा जनसंख्या के संबंध को स्पष्ट किया है! इस सिद्धांत के अनुसार जब अर्थव्यवस्था पूर्ण रुप से पिछड़ी तथा अविकसित होती है! तो जन्मदर और मृत्युदर दोनों ही बहुत ऊची होती है! जिसके कारण जनसंख्या में वृद्धि बहुत ही सामान्य दर से होती है! और जब अर्थव्यवस्था विकास के पथ पर अग्रसर होती रहती है! तो मृत्यु दर में काफी कमी आ जाती है! परंतु जन्म दर अब भी काफी ऊंचा ऊंची होती है! जिससे अर्थव्यवस्था के सम्मुख जनसंख्या विस्फोट

भारतीय अर्थव्यवस्था की संरचना

भारतीय अर्थव्यवस्था की संरचना प्रशन : स्वयं स्फूर्ति से आप क्या समझते हैं! अर्थव्यवस्था को स्वयं स्फूर्ति से आप क्या समझते हैं! अर्थव्यवस्था को स्वयं स्फूर्ति प्राप्त करने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए                        उतर :                            स्वयं स्फूर्ति भारत जैसी अल्पविकसित अर्थव्यवस्थाए जो कि उपनिवेशवाद   के रूप में रह चुकी है! इनमें पूंजी का अभाव गरीबी तथा असमानता जैसी समस्याएं सदैव विद्यमान रहती है! भारत में खाद्य वस्तुओं की पूर्ण रुप से अपर्याप्तता पाई जाती है! अर्थात व्यक्तियों की इतन पोषण युक्त भोजन प्राप्त नहीं हो पाता कि वे शारीरिक व मानसिक रुप से स्वस्थ रह सके                                              स्वयं स्फूर्ति से अभिप्राय ऐसी स्थिति से है! जिससे की अर्थव्यवस्था में खाद्य वस्तुओं का इतना उत्पादन किया जा सके जिससे कि ना केवल अपना आवश्यक्ताओं को पूरा कर सकें बल्कि विदेशी निर्यात भी कर सकें अर्थात स्वयं स्फूर्ति की स्थिति में अर्थव्यवस्था विदेशों वस्तुओ का निर्यात करती है! भारतीय अर्थव्यवस्था को स्वयं स्फूर्ति के स्तर पर लाने के लिए 1 अप्रैल

प्रदर्शनकारी प्रभाव और भारत में प्रच्छन्न बेरोजगारी/बेरोजगारी के प्रकार /रोजगारी के उपाए

प्रदर्शनकारी प्रभाव प्रशन : उपभोग पर प्रदर्शनकारी प्रभाव को स्पष्ट कीजिए निर्धन देशों के आर्थिक विकास में यह कैसे सहायक है!                        प्रदर्शनकारी प्रभाव आज वर्तमान समय में विश्व की सभी अर्थव्यवस्था है! खुली हुई अर्थव्यवस्थाएं हैं! अर्थात ये अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे को निर्यात तथा आयात करती है! अल्पविकसित अर्थव्यवस्थाए जब विकसित अर्थव्यवस्थाओं के सम्मुख आती है! तो विकसित अर्थव्यवस्थाओं के उपभोग का प्रभाव अल्पविकसित अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ता है! जिसे प्रदर्शनकारी प्रभाव कहते हैं! इसको केन्स ने उपभोग के रूप मैं मनोवैज्ञानिक भी परिभाषित किया था अल्पविकसित अर्थव्यवस्थाओ यह प्रदर्शनकारी प्रभाव निरपेक्ष या सापेक्ष में हो सकता है! सापेक्ष आय प्रभाव उस समय उत्पन्न होता है! जब अल्पविकसित अर्थव्यवस्था विकसित अर्थव्यवस्थाओं के अनुसार अपने उपभोग के स्तर में परिवर्तन लाते हैं! और निरपेक्ष प्रदर्शनकारी प्रभाव मैं अल्पविकसित अर्थव्यवस्थाएं विकसित अर्थव्यवस्थाओं के अनुसार में वृद्धि करके अपने उपभोग के स्तर में परिवर्तन लाती हैं!                                              इस स

विकास केसे करे ?/आर्थिक संवृद्धि की समस्याएं?

                                आर्थिक संवृद्धि की समस्याएं                         प्रशन : संतुलित विकास तथा असंतुलित विकास की विचारधारा को स्पष्ट कीजिए अल्पविकसित देश के लिए आप किस पद्धति का समर्थन करेंगे                        उतर :                               आर्थिक विकास आज विश्व कि सभी अर्थव्यवस्थाए आर्थिक विकास के होड़ में एक दूसरे को पीछे छोड़ना चाहती हैं! अल्पविकसित राष्ट्र गरीबी के दुष्चक्र मैं    जकड़े हुए हैं! इस दुष्चक्र को तोड़ने के लिए पूंजी की मांग एवं पूर्ति में वृद्धि करनी अनिवार्य है! निवेश की मात्रा में के संबंध मैं विकास सिद्धांत के रूप में अनेक अर्थशास्त्रियों ने अनेक अवधारणाएं प्रस्तुत की है! जो प्रोफेसर रोजेस्टीन रोदन द्वारा प्रतिपादित प्रबल परयास सिद्धांत तथा प्रोफेसर हार्वे लीबनस्टीन द्वारा प्रतिपादित निश्चित न्यूनतम प्रयत्न सिद्धांत है! इन सभी सिद्धांतों के आधार पर आर्थिक विकास से संबंधित निम्नलिखित दो अवधारणाएं 1.संतुलित विकास 2.असंतुलित विकास                         संतुलित विकास का अर्थ       संतुलित विकास कार्यक्रम