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Showing posts from 2017

जॉब जाए तो घबराएं नहीं, करें ऐसे हैंडल

जॉब जाने पर घबराएं नहीं,बल्कि इसका डटकर मुकाबला करें। विपरीत परिस्थिति में जब आप बेहतर करते हैं, तो आपका कॉन्फिडेंस बढ़ जाता है। आप प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे हैं, तो जॉब को लेकर कभी भी निश्चिंत नहीं रह सकते हैं। दुनिया भर में कंपनियां कई वजहों का हवाला देते हुए एम्प्लॉइज को बाहर का रास्ता दिखाती हैं। इसका शिकार कोई भी हो सकता है। इसलिए ऐसे समय में जरूरी है कि आप खुद को कूल रखें और परिस्थितियों का डटकर सामना करें। जिस तरह से जॉब जाती है, उसी तरह से जॉब हासिल भी की जा सकती है। इसलिए आप हमेशा पॉजिटिव वे में सोचें और दोबारा नौकरी पाने के लिए ट्राई करते रहें। यहां पर दिए जाने वाले टिप्स आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। स्किल डिवेलपमेंट पर दें ध्यान इसमें कोई दो राय नहीं है कि जॉब न रहना एक बड़ा झटका होता है। लेकिन ऐसी स्थिति में आप निराशा को अपने ऊपर हावी नहीं होने दें। जॉब जाने का मतलब यह नहीं होता है कि आप में प्रतिभा नहीं है या फिर आप अच्छा काम नहीं कर रहे हैं, इसलिए आपको बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। इसके पीछे दूसरी वजहें भी हो सकती हैं। जैसे कि मंदी के दौर में कइयों को

भारत देश के चारों समुंदर लेकिन इस देश में एक और चीज चारों ओर है?

  भारत देश के चारों समुंदर लेकिन इस देश में एक और चीज चारों ओर से घेरे रखी हुई है भ्रष्टाचार (करप्शन) जिसके कारण हमारा देश खोखला हो गया है! पहले हर नेता चुनाव के सामने में समय हम सभी के घर पर आते है हमसे वोट की मांगते है! लेकिन चुनाव होने के बाद वही नेता कभी अपने कर्तव्यों को नहीं निभाते है हम उसका पता ढूंढ़ते-ढूंढ़ते परेशान होते हैं और चप्पल गीस जात्ते हैं लेकिन हमें क्या मिलता है काई झूठे भरोसा जिसकी कोई उम्मीद ही नहीं होती है! अगर इस भ्रष्टाचार को खत्म करना है तो हमें खुद खड़ा होना होगा आगे बढ़ने का सबसे मूल मंत्र है पीछे की जाने वाली गलतियों को सुधारना है ताकि आने वाली पीढ़ी कभी उस गलती के दुष्परिणाम का प्रभाव न पडे यह हमारा कर्ज है अगर हमे अपने देश के लिए मरना भी पड़े तो अपना बलिदान देने से पीछे न हटे है हमको भ्रष्टाचार को खत्म करना है तो लड़ना होगा लड़ने के लिए खड़ा होना होगा खड़े होने के लिए उठना होगा और उठने के लिए जागना होगा जागो गहरी नींद से एक बार चलना शुरू करो रुकने का नाम ना लो और कह दो सबसे भ्रष्टाचार की अब नहीं चलेगी नहीं चलेगी नहीं चलेगी

आम आदमी पहले भी सरकार को टैक्स देता था और GST लागु होने के बाद

आम आदमी पहले भी  सरकार को टैक्स देता था और GST लागु होने के बाद भी देता है ! बहुत से ऐसे उद्योगपति हैं! जिन्होंने इनकम टैक्स सेल टेक्स यातायात टैक्स सब की चोरी करी लेकिन इन सब का नुकसान हमेशा से मजदूर वर्ग को हुआ है और अब भारत सरकार ने GST लागू तो कर दिया है! लेकिन इसका क्या फायदा हुआ हर चीज पर 18 पर्सेंट टैक्स भरना पड़ रहा है 18 परसेंट जनता की जेब से तो जाएगा जितने भी बड़े उद्योगपति पर इनका कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योकि कीमते बढ़कर जनता को लोटा जाएगा! इस टैक्स को बढ़ने से हमारा देश पहले की तरह गुलाम बना जाएगा इससे  स्पष्ट होता है की हम गुलाम थे आज भी गुलाम ही रहेगा गुलामी में जिएंगे गुलामी में ही मरेंगे एक आम आदमी ऋण में  जीता है और उस से ऋण को आने वाले भविष्य के हाथ में देकर मर जाता है वही हाल होगा हमारे देश का ना कोई परिवर्तन आएगा ना ही कोई सुधार होगा हर चीज पर 18 परसेंट भरने से जनता को क्या फायदा होगा यह सारा टेक्स्ट तो जनता की जेब से ही तो जाएगा! नुकसान में तो हम जनता ही जाएगी यह जितने भी नेता है इन सबके को टैक्स फ्री है यह तो अपने उद्योगिक जगत में अपना विकास कर लेंगे और ह

भारत में सबसे ज्यादा स्कैम सरकार के माध्यम से होता है! जानिए कैसे

आज हम इस बारे में बात करते हुए कुछ दोस्तों से चर्चा कर रहे थे तो आप भी इस बारे में सोचिए और समझिए कि मैं किस बारे में बात करना चाह रहा हूं जब किसी सरकारी दफ्तर या विभाग का फॉर्म निकलता है जॉब के लिए तो एप्लीकेशन के लिए उस फॉर्म की कम से कम फीस 100 रुपए से 1000 रुपए तक होती है और इसमें भरने वालों की संख्या 10 लाख से 50 लाख होती है जिसमें सरकार को लगभग 100 करोड़ से 1000 करोड़ का कलेक्शन होता है ऐसे में सरकारी नोकरी के लिए 0.2% प्रतिशत लोगों का ही चुनाव होता है और फार्म भरने के बाद भी पेपर देने किसी दूसरे स्टेट में जाना पड़ता है क्या हमारे स्टेट में इतनी व्यवस्था नहीं है कि यहां एग्जाम लिया जा सके क्या वहां धांधली नहीं होगी इस बात की कोई गारंटी है सरकार गैरंटी लेने से तो पिछड़ती जा रही है इस बार कैसे हट रही है सरकार को इस बात का अंदेशा है कि दूसरे स्टेट में अगर छात्र परीक्षा देने जाएंगे तो उसमें से सिर्फ आधे छात्र ही परीक्षा देंगे बाकी छात्र पैसे की तंगी के कारण या तो किसी और कारण से परीक्षा नहीं दे पाएंगे और सरकार को 100 करोड़ से 500 करोड़ का मुनाफा हो जाता है यह स्कैम नहीं तो क्या है

तिल-तिल रोती हूं मैं तिल-तिल हंसती हूं

तिल-तिल रोती हूं! मैं तिल-तिल हंसती हूं! मैं जितना मुझे रुलाओगे उतना कल अपने आप को दुखी पाओगे समझ लेना इस बात को तुम कल किससे बात लाओगे आगे बढ़ने की राह में मुझे जो नुकसान पहुंचाया है वही विनाश तुम पाओगे समय-समय पर मैंने बतलाया है आज जो किया था तुमने मेरे साथ कल वहीं तुमने पाया है फिर करोगे ऐसा तो मैंने तुम्हें बार-बार यही समझाए है आगे बढ़ने की चाह में तिल-तिल तुमने मुझे रुलाया है मैं तुम्हारी धरती मां हूं जिसको तुमने सताया है आगे नहीं बढ़ पाओगे अगर मैंने अपना कदम पीछे बढ़ाया है जिंदगी भर रहोगे जब जब में  तुम पर अपना हाथ हटाया है लेकिन फिर भी मैंने तुम्हें उठाया है जितनी बार तुम करोगे उतनी बार मैं तुम्हें बताऊंगी इस धरती की कसम में तुम्हें जब तक समझ आऊंगी जब तक मिट्टी का यह शरीर मिट्टी में नहीं मिल जाएगा एक बात जान लो तुम यह समाझ जाओगे तुम मेरे अंदर क्या रह जाएगा बाहर इसीलिए मुझे नुकसान मत पहुंचाओ फिर मैंने तुम्हें बतलाया है                        

राजनीति में समाज सेवा के नाम?

एक बात मुझे समझ नहीं आती लोग आते तो हैं राजनीति में समाज सेवा के नाम पर लेकिन फिर क्यों मेव खाने लग जाते हैं यह राजनीति का मेवा सेवा-सेवा करते घोटाले-पर-घोटाला करें अपने बीवी बच्चों के नाम पर झूठा रजिस्ट्रेशन करें कब्रिस्तान की मिट्टी हो या मरने वाले का कफन उसमें भी यह कमीशन खाने से मना नहीं करेंगे पहले सरहदों पर लड़ते हुए जवान गोली खाकर शहीद हो जाते थे! लेकिन आज खाना ना मिला तो यह भूखमरी से मर जाएंगे राशन सारा दबाके इन्होंने पीला पानी पहुंचाया है खाने के लिए सूखी रोटी और नमक भिजवाया है जब कोई आवाज़ उठाएं तब वह जूता साफ पॉलिश करते हुए नजर आया है पोलिस-पोलिस करते-करते उस जवान को यह समझ आया है सरहद पर तो हम हैं लड़ते लेकिन अंदर से कौन लड़ कर आया है जब-जब आवाज उठा हूं मैं तब तब मुझे दबाया है छात्र हो या कोई शिक्षक कुछ समय के लिए हर कोई थोड़ा-थोड़ा काम आया है लेकिन जब कोई मरता है तभी सरकार को क्यों समझ आया है  जाऊं मैं हार ना जाऊं कहीं इस जंग में बस सारी तो यह पैसों की एक माया है अगर किसी को बुरी लग जाए यह बात तो अपने सवाल पूछने के लिए अपने पास के MLA,MP या किसी बड़े विधायक के पास जाकर यह

Facebook ,Twitter , YouTube चलने 90 फ़ीसदी लोग रोजगार की तलाश

आज पूरे विश्व में पढ़े लिखे नौजवानों की कमी नहीं है लेकिन फिर भी आधे से ज्यादा लोग बेरोजगार है Facebook Twitter चलाने वाले YouTube में वीडियो देखने वाले इसमें से 90 फ़ीसदी लोग रोजगार की तलाश में इधर उधर भटक रहे हैं लेकिन रोजगार नहीं मिल पा रहा है लोग ऑनलाइन जॉब ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन यह ऑनलाइन जॉब वाले रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर छात्रों को या इनके पास आने job की आशा रखने वाले लोगों को लूटने का काम करते हैं job देने के कुछ दिन बाद ही यह लोग उनके पैसे हजम कर जाते हैं और एक ढकोसला दे दिया जाता है जी आपकी परफॉर्मेंस अच्छी नहीं थी इसलिए आपको यह जॉब नहीं मिली और आपके पैसे वापस नहीं किए जाएंगे आज इंजीनियर डॉक्टर,टीचर,प्रोफेसर की कमी नहीं है लेकिन फिर भी यह लोग पढ़ लिख कर खेती-बाड़ी या कैंटीन मैं काम क्र रहे है कुछ इंजीनियर तो रिक्शा तक चलाते हैं यह हो गई है पूरे विश्व की हालत बड़ी निराशा भरी बात है जिस शिक्षा के लिए मेहनत करते हैं वही शिक्षा आज हमें डुबो रही है बेहते हुए सागर में कही डूब न जाऊं मैं यही सोचकर दोबारा खड़ा होने की आशा कहीं भूल ना जाऊं मैं आशा की एक जोत दिख जाए तो उसकी

एक आम आदमी सुबह से शाम तक क्या करता है?

एक आम आदमी सुबह जागने के बाद सबसे पहले टॉयलेट जाता है, बाहर आ कर साबुन से हाथ धोता है, दाँत ब्रश करता है, नहाता है, कपड़े पहनकर तैयार होता है, अखबार पढता है, नाश्ता करता है, घर से काम के लिए निकल जाता है, बाहर निकल कर रिक्शा करता है, फिर लोकल बस या ट्रेन में या अपनी सवारी से ऑफिस पहुँचता है, वहाँ पूरा दिन काम करता है, साथियों के साथ चाय पीता है, शाम को वापिस घर के लिए निकलता है, घर के रास्ते में बच्चों के लिए टॉफी, बीवी के लिए मिठाई वगैरह लेता है, मोबाइल में रिचार्ज करवाता है, और अनेक छोटे मोटे काम निपटाते हुए घर पहुँचता है, अब आप बताइये कि उसे दिन भर में कहीं कोई "हिन्दू" या "मुसलमान" मिला ? क्या उसने दिन भर में किसी "हिन्दू" या "मुसलमान" पर कोई अत्याचार किया ? उसको जो दिन भर में मिले वो थे.. अख़बार वाले भैया, दूध वाले भैया, रिक्शा वाले भैया, बस कंडक्टर, ऑफिस के मित्र, आंगतुक, पान वाले भैया, चाय वाले भैया, टॉफी की दुकान वाले भैया, मिठाई की दूकान वाले भैया.. जब ये सब लोग भैया और मित्र हैं तो इनमें

Bahot pyraa MSG

एक पाँच छे. साल का मासूम सा बच्चा  .अपनी छोटी बहन . को लेकर मस्जिद के एक तरफ कोने में बैठा हाथ उठा कर अल्लाह से न जाने क्या मांग रहा था। कपड़े में मेल लगा हुआ था मगर निहायत साफ, उसके नन्हे नन्हे से गाल आँसूओं से भीग चुके थे। बहुत लोग उसकी तरफ मुतवज़ो थे और वह बिल्कुल अनजान अपने अल्लाह से बातों में लगा हुआ था। जैसे ही वह उठा एक अजनबी ने बढ़ के उसका नन्हा सा हाथ पकड़ा और पूछा- "क्या मांगा अल्लाह से" उसने कहा- "मेरे पापा मर गए हैं उनके लिए जनंत, मेरी माँ रोती रहती है उनके लिए सब्र, मेरी बहन माँ से कपडे सामान मांगती है उसके लिए पैसे"। "तुम स्कूल जाते हो" अजनबी ने सवाल किया। "हां जाता हूं" उसने कहा। "किस क्लास में पढ़ते हो ?" अजनबी ने पूछा "नहीं अंकल पढ़ने नहीं जाता, मां चने बना देती है वह स्कूल के बच्चों को बेचता हूँ, बहुत सारे बच्चे मुझसे चने खरीदते हैं, हमारा यही काम धंधा है" बच्चे का एक एक लफ्ज़ मेरी रूह में उतर रहा था । "तुम्हारा कोई रिश्तेदार" न चाहते हुए भी अजनबी बच्चे से पूछ बैठा। "पता नह

।।।।।आत्मविश्वास।।।।।

बाहर बारिश हो रही थी और अन्दर क्लास चल रही थी, . तभी टीचर ने बच्चों से पूछा कि अगर तुम सभी को 100-100 रुपये दिए जाए तो तुम सब क्या क्या खरीदोगे ? . किसी ने कहा कि मैं वीडियो गेम खरीदुंगा, किसी ने कहा मैं क्रिकेट का बेट खरीदुंगा, किसी ने कहा कि मैं अपने लिए प्यारी सी गुड़िया खरीदुंगी, . तो किसी ने कहा मैं बहुत सी चॉकलेट्स खरीदुंगी । एक बच्चा कुछ सोचने में डुबा हुआ था, टीचर ने उससे पुछा कि तुम क्या सोच रहे हो ? तुम क्या खरीदोगे ? . बच्चा बोला कि टीचर जी, मेरी माँ को थोड़ा कम दिखाई देता है तो मैं अपनी माँ के लिए एक चश्मा खरीदूंगा ‌। . टीचर ने पूछाः तुम्हारी माँ के लिए चश्मा तो तुम्हारे पापा भी खरीद सकते है, तुम्हें अपने लिए कुछ नहीं खरीदना ? बच्चे ने जो जवाब दिया उससे टीचर का भी गला भर आया बच्चे ने कहा कि मेरे पापा अब इस दुनिया में नहीं है । मेरी माँ लोगों के कपड़े सिलकर मुझे पढ़ाती है और कम दिखाई देने की वजह से वो ठीक से कपड़े नहीं सिल पाती है इसीलिए मैं मेरी माँ को चश्मा देना चाहता हुँ ताकि मैं अच्छे से पढ़ सकूँ, बड़ा आदमी बन सकूँ और माँ को सारे सुख दे सकूँ ! टीच

मैं शिक्षित हूँ लेकिन मैं बेरोजगार हूँ( i m educated but i m jobless)

  आज का युवा वर्ग काफी हद तक शिक्षित भी हो रहा है और विकास कर रहा है पर फिर भी पिछड़ा हो है क्योंकि रोजगार नहीं मिल पा रहा है क्यों रोज हर साल दिल्ली में और अन्य राष्ट्रों में पा 9 से 10 लाख छात्र ग्रेजुएट होते हैं परंतु उनमें से किस को भी जॉब नहीं मिल पाती है क्यों केवल 10% परसेंट लोग ही जॉब कर पाते हैं और बाकी 90 परसेंट लोगों का क्या हुआ जो बेरोजगार हो जाते हैं और अपने जीवन से हताश होते हैं नए रोजगार के अवसर पैदा करने होंगे इसमें सरकार और हमरा योगदान होना चाहिए       

*_VERY NICE LINE_* *_JARUR PADHE_*

*_VERY NICE LINE_* *_JARUR PADHE_*    ❤❣   एक दिन चिड़िया बोली - मुझे छोड़ कर कभी उड़ तो नहीं जाओगे ❣  चिड़ा ने कहा - उड़ जाऊं तो तुम पकड़ लेना. ❣  चिड़िया-मैं तुम्हें पकड़ तो सकती हूँ , पर फिर पा तो नहीं सकती... ❣  यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए और उसने अपने पंख तोड़ दिए और बोला अब हम हमेशा साथ रहेंगे , ❣  लेकिन एक दिन जोर से तूफान आया , चिड़िया उड़ने लगी तभी चिड़ा बोला तुम उड़ जाओ मैं नहीं उड़ सकता.. ❣  चिड़िया- अच्छा अपना ख्याल रखना , कहकर उड़ गई ! ❣  जब तूफान थमा और चिड़िया वापस आई तो उसने देखा की चिड़ा मर चुका था ❣ ❣ और एक डाली पर लिखा था... ❣ ✍ काश तुम एक बार तो कहती कि मैं तुम्हें नहीं छोड़ सकती"" ❣  तो शायद मैं तूफ़ान आने से पहले नहीं मरता ❣ "" ज़िन्दगी के पाँच सच ~ सच नं. 1 -:  माँ के सिवा कोई वफादार नही हो सकता …!!! ❣ ──────────────────────── सच नं. 2 -:  गरीब का कोई दोस्त नही हो सकता …!! ❣ ──────────────────────── सच नं. 3 -:  आज भी लोग अच्छी सोच को नही , अच्छी सूरत क

अद्भुत चोरी

* अद्भुत   चोरी * एक आदमी की कार पार्किंग से चोरी हो गयी। दो दिन बाद देखा तो कार वापस उसी जगह पार्किंग में ही खड़ी थी। अंदर एक लिफाफा था उसमे एक माफीनामा था... *" माँ की तबियत अचानक बिगड़ जाने से रातों रात बड़े अस्पताल लेकर जाना आवश्यक था।* * लेकिन इतनी रात में और छुट्टियों के सीजन में गाडी मिली नहीं इसी वजह से आपकी गाड़ी को उपयोग में लेना पड़ा।* * आपको तकलीफ देने के लिये खेद है....गाडी में जितना पेट्रोल था उतना ही है। उसका लाक भी ठीक करा दिया है |* * आपको गाड़ी की मदद के एवज में कल रात "बाहुबली 2" सिनेमा की 5 टिकेट्स आपके परिवार के लिए कार में रखें हैं।* * मुझे बड़े दिल के साथ माफ़ करिये ये विनती है आपसे..!!* चिट्ठी में स्टोरी ओरिजिनल लगने से और गाड़ी जैसी की तैसी वापस सही सलामत मिलने से परिवार शांत हो गया और दूसरे दिन "बाहुबली 2" देखने चला गया 4 परिजन और एक मित्र ; आखिर 6 लाख की गाड़ी वापस जो मिल गयी थी | फिल्म देखकर रात को वापस लौटा तो घर का दरवाजा टूटा हुआ था। अंदर जाकर देखा तो सब कीमती सामान गायब था।   करीब 25-30 लाख की चोरी हो गयी थी

जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था...

जब   बचपन   था ,  तो   जवानी   एक   ड्रीम   था... *Please read* *very touching*   ____________________________ जब   बचपन   था ,  तो   जवानी   एक   ड्रीम   था... जब   जवान   हुए ,  तो   बचपन   एक   ज़माना   था... !! ____________________________ जब   घर   में   रहते   थे ,  आज़ादी   अच्छी   लगती   थी... आज   आज़ादी   है ,  फिर   भी   घर   जाने   की   जल्दी   रहती   है... !! ____________________________ कभी   होटल   में   जाना   पिज़्ज़ा ,  बर्गर   खाना   पसंद   था... आज   घर   पर   आना   और   माँ   के   हाथ   का   खाना   पसंद   है... !!! ____________________________ स्कूल   में   जिनके   साथ   ज़गड़ते   थे ,   आज उनको   ही   इंटरनेट   पे   तलाशते   है... !! ____________________________ ख़ुशी   किसमे   होतीं है ,  ये   पता   अब   चला   है...   बचपन   क्या   था ,  इसका   एहसास   अब   हुआ   है...   ____________________________ काश   बदल   सकते   हम   ज़िंदगी   के   कुछ   साल.. . काश   जी   सकते   हम ,  ज़िंदगी   फिर   एक बार...!! ____________________________ जब हम अपने शर्ट म

चुनाव के चक्कर में पब्लिक का बुरा हाल

आज हर पार्टी अपना प्रचार कर रही है लोगों का एक गुट बना कर उनको ₹300 दिहाड़ी देकर काम कर आ रही है आपको यकीन नहीं होगा सरकार के पास इतना पैसा आता कहां से है कि फालतू चीजों में पैसा बर्बाद करें सत्ता में आने के लिए पानी की तरह पैसा बारी है यह पैसा इनके पास आता कहां से क्या कभी सोचा किसी ने अलग से से पैसा लगाते नहीं है सारा पैसा तो जनता का ही होता है हमारा पैसा अपने प्रचार के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं बड़े बड़े LED स्क्रीन LCD स्क्रीन पोस्टर कट आउट सब कुछ लगा रहे हैं पीने का पानी नहीं आ पा रहा है क्या अभी कुछ दिनों से पीने का पानी भी नहीं आ रहा है अगर आ रहा है तो अभी साफ नहीं आ रहा है सरकार कह रही है कि हम पानी माफ कर देंगे अब जब पानी दोगे नहीं तो माफ तो हो ही जाएगा जिंदगी से बिजली हाफ कर देंगे बिजली आ रही है कि नहीं आ रही घर में क्या सोचते सरकार पब्लिक बेवकूफ है जब हमारी पूरी नहीं हो पा रही है क्यों बना रखी है सरकार क्यों क्योंकि हमारे सर पर खास होना चाहिए कि पार्टी हम काम कर रही है हम काम करके दिखा रहे हैं यह सब कुछ नहीं है तुम्हारा धोखा धोखा सिर्फ धोखा अगर काम करने वाला कभी नहीं बतात

Hamare desh ki samasya Dekhi Aaj appadiya Aap Ki Marzi

आज मैं बहुत अपसेट हूं क्योंकि आज मैं नहीं कर न्यूज़ देखा फिर से आतंकवादी हमले की बात हर जगह आतंकवादी हमले आतंकवाद हिंदू मुस्लिम दंगे बहुत निराश हो जाता हूं लोग कहते हैं कि नेगेटिव मत बोलो अच्छा सोचो अच्छा होगा लेकिन जो लोग बुरा सोच रहे हैं वह तो दुनिया का इतना बुरा कर रहे हैं क्या करें अपने ही भाइयों दोस्तों को मरते हुए देख कर कैसा लगता होगा यह TV वाले हर चीज को ब्रेकिंग न्यूज़ बनाकर दिखाते हैं लेकिन कभी किसी के दर्द को दूसरे के दर्द शेयर करना है जानते पागल हो रही है पब्लिक क्या करें भूखमरी रोजगार बीमारी महामारी बेरोजगारी ऊपर से आतंकवाद इन सबके बीच इसके मर जाएंगे हम सब और सरकार कहती है कि हम मरने वालों को 5 लाख दो लाख एक लाख जो भी है दे देंगे कोई दुर्घटना हो तो सरकार पैसे दे देती है नोटबंदी का टाइम जितने लोग मरे उनके परिवार वालों को एक लाख मिल गया ऐसे तो हर व्यक्ति मरने का सोचेगा उसको पैसे दे देंगे रास्ते पर जाओ तो पता नहीं सही सलामत व्यक्ति आएगा कि नहीं आएगा आज कुछ लोग राजनीति में उतरने के लिए क्या-क्या नहीं करते कुछ लोग सत्ता में आने के लिए क्या कुछ नहीं करते बड़े बड़े वाद

99 out of 100 Indians in our India(मेरा भारत महान 100 में से 99 बेईमान)

मेरा भारत महान जब पहले कहता तो तो अच्छा रहता था लेकिन आप कहता हूं तो बस पूछो मत 10 साल पहले हम ज्यादा अच्छे थे लेकिन 10 साल बाद हम ज्यादा बुरे हैं हर साल कोई ना कोई स्कीम हमें देखने मिलता है रोड पर खड्डे है चलना बहुत बुरी हो गया 5 साल पहले बनी थी वह ज्यादा अच्छी थी अभी 2 साल पहले उसमें रास्ते में चलना मुश्किल हो गया मैं अपनी बात कर रहा हूं मुझे इतना लग रहा है तो दूसरों को कितना लग रहा होगा हमारे यहां से पानी आता है ना सरकारी नल से बढ़ता है पानी पीते हैं पानी से बदबू आना शुरू हो जाती है आप में से कोई बता सकता है मेरा भारत महान कि कहां है मेरा भारत महान इस कथन को मैंने बहुत सुना है पहले सुनने में बहुत अच्छा लगता था

What happens at election time(क्या होता है चुनाव के समय)

आजकल हम सब जानते हैं जब भी चुनाव होता है तब हर पार्टी अपनी ओर से पूरा जोर लगा दी है ऊपर जानते हैं क्या ससुर होता है जानना चाहेंगे इनके प्रयासों को ₹300 देकर रैली में व्यक्तियों को शामिल करना माइक स्पीकर्स LED स्क्रीन कुलाबा कर अपना प्रचार करना इन सबके लिए पैसा कहां से आता है ₹300 देकर व्यक्ति को आप रैली में खड़ा कर रहे हैं रैली में चला रहे हैं ₹300 देकर कहां से आ रहे पैसे अगर दिल्ली की बात किया जाए तो यहां पर गरीब जनता काफी है जिसमें से 50% से अधिक लोग बेरोजगार है इस रैली में शामिल हो जाते हैं यहां तक कि कोई कोई तो ₹200 में भी काम करने को तैयार हो जाता है अब आप जाने की जनता का फायदा उठाना जनता के हित के लिए लड़ रहे हैं

politician like a dog

क्या है पॉलिटिशन आइए इस बारे में आज बात करते हैं कि क्या है पॉलिटिशन जिससे जनता द्वारा चुना जाता है जो बाय द पीपल बी द पीपल फॉर द पीपल इस एजेंडे को लेकर वोट मांगता है लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद 4 साल 11 महीने तक कुछ भी करें जनता इस बात पर कभी ध्यान ही नहीं देती हो हर पॉलिटिशन सिर्फ चुनाव के समय ही अपने काम करवाता है कि हमने यह कर दिया हमने बिजली कम कर दी हम ने बजट कम कर दिया सारी बातें ही लगती है आप का काम सिर्फ चुनाव के समय ही क्यों होता है उससे पहले क्यों नहीं दिखता अगर जनता के लिए हो तो जनता के लिए काम करो यह तो वही बात हो गई जब जैसे कुत्ते को हड्डी देखते तो वो आता है वैसे ही पॉलिटिशन को वोट दिखते हैं तो वो भी आता है दोनों में फर्क क्या है

Winters have gone too hot(सर्दियां चली गई गर्मी बहुत आ गई)

सर्दियां चली गई गर्मी आ गई बहुत परेशान है सर में दर्द होता है गर्मी की वजह से पसीने का कमाल है या फिर स्कूल का कमाल है इसलिए अपने मन को अपने आप को काबू में रखे और गर्मियों में थोड़ा घूमने फिरने पार्कों में जाए अपने सेहत को स्वस्थ रखें इसको आज का हम सुविचार मानकर एक प्रकार से अपने आप को एक दिशा की और बढ़ाते आइए सर्दियों के दिनों से बहुत भेजिए लेकिन अब गर्मियों में थोड़ा एक्टिव रहते हैं

Love is true or else it is good alone(प्यार करो तो सच्चा वरना बंदा अलोन ही अच्छा है)

अगर आप भी किसी व्यक्ति से प्यार करते हैं तो तो इस बात का है विशेष ध्यान रखें कि क्या वह आपसे प्यार करता है या आप उससे प्यार करते हैं और आप उसे प्यार करते हैं तो अच्छी बात है अगर वह आपसे नहीं करता है तो बुरी बात है इसीलिए थोड़ा सोचें इस बारे में और प्यार करें लेकिन उसमें एक लॉजिक   हो तो ही प्यार सक्सेस हो पाएगा नहीं तो फिर आजकल तो बहुत सारे लव परसेंट घूम रहे हैं उनमें से आप एक बन जाएंगे इसलिए सोचे और समझे कि प्यार करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए करें तो सच्चा करें नहीं तो बस ना ही करें तो ही अच्छा है नहीं तो देवदास  बनकर आप यहीं पड़े रहेंगे

Why are illegal acts(क्यों होते हैं गैरकानूनी काम)

आज मैं आपसे इसी बारे में बात करना चाहता हूं की गैर कानूनी काम होते क्या है हम सब जानते हैं की गैर कानूनी काम जो सरकार की नजरों में कानूनी रूप से मान्य नहीं हो उसे गैर कानूनी काम कहते हैं लेकिन आप लोग जानते हैं की गैर कानूनी काम की असली वजह क्या है बेरोजगारी जब व्यक्ति को कोई काम नहीं मिल पाता है तो उसके भूखे मरने की नौबत आ जाती है भूखे मरने की वजह से मरो या मारने की स्थिति आ जाती है जिसकी वजह से वह   कोई   सा भी काम करने लग जाता है अब आप अंदाजा लगा लीजिए लोग अपनी मर्जी से गैर कानूनी काम करते हैं यह मजबूरी में करते हैं

देश सो रहा है

आज मेरा देश काफी आराम से सो रहा है मैं कह सकता हूं क्योंकि जागने की स्थिति को उम्मीद नहीं लग रही है आप चुनाव के समय हर राजनेता   विकास के वादे करते हैं परंतु विकास नहीं करते हैं इलेक्शन खत्म तो काम करता हूं क्या करें यार अपना काम बनता तो भाड़ में जाए जनता यह पॉलिसी बन गई है चलो अब सो जाते हैं देश को भी सोने दो अंधकार में डूबने दो कुछ काम तो है नहीं क्योंकि देसी युवा है पर काम नहीं है बस

Help everybody

हमें दिन में कोई एक अच्छा काम करना चाहिए जिससे कि दूसरे और हम भी खुश रह सके इस बारे में सोचें और अपने विचार को दूसरे तक पहुंचा है दूसरे की मदद करना ही मानव धर्म है जो दूसरों के लिए जीते हैं वह महान व्यक्ति बन जाते हैं जैसे महात्मा गांधी अगर आप भी दूसरों के लिए अच्छा काम करेंगे तो क्या पता आप भी उनकी श्रेणी में आ सकते हैं