आम आदमी पहले भी सरकार को टैक्स देता था और GST लागु होने के बाद

आम आदमी पहले भी  सरकार को टैक्स देता था और GST लागु होने के बाद भी देता है ! बहुत से ऐसे उद्योगपति हैं! जिन्होंने इनकम टैक्स सेल टेक्स यातायात टैक्स सब की चोरी करी लेकिन इन सब का नुकसान हमेशा से मजदूर वर्ग को हुआ है और अब भारत सरकार ने GST लागू तो कर दिया है! लेकिन इसका क्या फायदा हुआ हर चीज पर 18 पर्सेंट टैक्स भरना पड़ रहा है 18 परसेंट जनता की जेब से तो जाएगा जितने भी बड़े उद्योगपति पर इनका कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योकि कीमते बढ़कर जनता को लोटा जाएगा! इस टैक्स को बढ़ने से हमारा देश पहले की तरह गुलाम बना जाएगा इससे  स्पष्ट होता है की हम गुलाम थे आज भी गुलाम ही रहेगा गुलामी में जिएंगे गुलामी में ही मरेंगे एक आम आदमी ऋण में  जीता है और उस से ऋण को आने वाले भविष्य के हाथ में देकर मर जाता है वही हाल होगा हमारे देश का ना कोई परिवर्तन आएगा ना ही कोई सुधार होगा हर चीज पर 18 परसेंट भरने से जनता को क्या फायदा होगा यह सारा टेक्स्ट तो जनता की जेब से ही तो जाएगा! नुकसान में तो हम जनता ही जाएगी यह जितने भी नेता है इन सबके को टैक्स फ्री है यह तो अपने उद्योगिक जगत में अपना विकास कर लेंगे और हमारा क्या हम आम जनता क्या करें पहले भी गरीबी के दलदल में फंसे हुए थे आखरी तक धसे रहेंगे! गरीब पैदा हुए थे!और गरीबी मरेंगे डेढ़ सौ करोड़ की आबादी मैं बेरोजगार पड़े रहेंगे

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