चुनाव के चक्कर में पब्लिक का बुरा हाल



आज हर पार्टी अपना प्रचार कर रही है लोगों का एक गुट बना कर उनको ₹300 दिहाड़ी देकर काम कर आ रही है आपको यकीन नहीं होगा सरकार के पास इतना पैसा आता कहां से है कि फालतू चीजों में पैसा बर्बाद करें सत्ता में आने के लिए पानी की तरह पैसा बारी है यह पैसा इनके पास आता कहां से क्या कभी सोचा किसी ने अलग से से पैसा लगाते नहीं है सारा पैसा तो जनता का ही होता है हमारा पैसा अपने प्रचार के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं बड़े बड़े LED स्क्रीन LCD स्क्रीन पोस्टर कट आउट सब कुछ लगा रहे हैं पीने का पानी नहीं आ पा रहा है क्या अभी कुछ दिनों से पीने का पानी भी नहीं आ रहा है अगर आ रहा है तो अभी साफ नहीं आ रहा है सरकार कह रही है कि हम पानी माफ कर देंगे अब जब पानी दोगे नहीं तो माफ तो हो ही जाएगा जिंदगी से बिजली हाफ कर देंगे बिजली आ रही है कि नहीं आ रही घर में क्या सोचते सरकार पब्लिक बेवकूफ है जब हमारी पूरी नहीं हो पा रही है क्यों बना रखी है सरकार क्यों क्योंकि हमारे सर पर खास होना चाहिए कि पार्टी हम काम कर रही है हम काम करके दिखा रहे हैं यह सब कुछ नहीं है तुम्हारा धोखा धोखा सिर्फ धोखा अगर काम करने वाला कभी नहीं बताता कि मैंने काम किया है आप लोग यही एक नारा लेकर चल रहे भ्रष्टाचार पानी माफ बिजली हाफ क्या फायदा हुआ पानी के रेट बढ़ते तो अभी भी है पानी पिए नापी है कभी हमारे घर का पानी पीकर कर पता चलेगा कितना पानी पी रहे हैं चुनाव प्रचार कर लिया लेकिन कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया पब्लिक को जरूरत किस चीज की है

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