देश सो रहा है

आज मेरा देश काफी आराम से सो रहा है मैं कह सकता हूं क्योंकि जागने की स्थिति को उम्मीद नहीं लग रही है आप चुनाव के समय हर राजनेता  विकास के वादे करते हैं परंतु विकास नहीं करते हैं इलेक्शन खत्म तो काम करता हूं क्या करें यार अपना काम बनता तो भाड़ में जाए जनता यह पॉलिसी बन गई है चलो अब सो जाते हैं देश को भी सोने दो अंधकार में डूबने दो कुछ काम तो है नहीं क्योंकि देसी युवा है पर काम नहीं है बस


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