कंपनियों के फायदे और नुकासान


एक ही स्थान पर ज्यादा से ज्यादा प्रतिभागी मिल जाते हैं। इसके अलावा किसी भी कंपनी कि ब्रांड को लेकर जागरुकता बढ़ती है। साथ ही गैर पारंपरिक प्रतिभागियों से मिलने का मौका मिलता है। इस तरह के जॉब फेयर में सभी इंडस्ट्रीज को एक दूसरे के बारे में भी जानने का मौक मिलता है। जबकि वहीं इन फेयर्स के कुछ नुकसान भी होता है, जैसे कि कंपनियों के पास प्रतिभागियों को जांचने परखने के लिए सीमित या यूं कहें कि बहुत कम समय होता है। प्रतिभगियों के सामने कई कंपनियों के ऑफर होने के कारण जॉइनिंग की सुरक्षित नहीं रहती।साथ ही अकसर समय कम मिल पाने के कारण गलत प्रतिभागी का चुनाव भी हो जाता है। इसके अलावा जॉब फेेयर्स के खर्चे बहुत होते है। जबकि कई बार प्रतिभागियों के बैकग्राउंड का पता नहीं होने के कारण तकनीकी पैनल की प्लानिंग में दिक्कत आती है।


इन जॉब फेयर्स के जरिए प्रतिभागियों को इंडस्ट्री से मिलने और उनके वर्क कल्चर को समझने का मौका मिलता है।

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