Hamare desh ki samasya Dekhi Aaj appadiya Aap Ki Marzi
आज मैं बहुत अपसेट हूं
क्योंकि आज मैं नहीं कर न्यूज़ देखा फिर से आतंकवादी हमले की बात हर जगह आतंकवादी
हमले आतंकवाद हिंदू मुस्लिम दंगे बहुत निराश हो जाता हूं लोग कहते हैं कि नेगेटिव
मत बोलो अच्छा सोचो अच्छा होगा लेकिन जो लोग बुरा सोच रहे हैं वह तो दुनिया का
इतना बुरा कर रहे हैं क्या करें अपने ही भाइयों दोस्तों को मरते हुए देख कर कैसा
लगता होगा यह TV वाले हर
चीज को ब्रेकिंग न्यूज़ बनाकर दिखाते हैं लेकिन कभी किसी के दर्द को दूसरे के दर्द
शेयर करना है जानते पागल हो रही है पब्लिक क्या करें भूखमरी रोजगार बीमारी महामारी
बेरोजगारी ऊपर से आतंकवाद इन सबके बीच इसके मर जाएंगे हम सब और सरकार कहती है कि
हम मरने वालों को 5 लाख दो
लाख एक लाख जो भी है दे देंगे कोई दुर्घटना हो तो सरकार पैसे दे देती है नोटबंदी
का टाइम जितने लोग मरे उनके परिवार वालों को एक लाख मिल गया ऐसे तो हर व्यक्ति
मरने का सोचेगा उसको पैसे दे देंगे रास्ते पर जाओ तो पता नहीं सही सलामत व्यक्ति
आएगा कि नहीं आएगा आज
कुछ लोग राजनीति में उतरने
के लिए क्या-क्या नहीं करते
कुछ लोग सत्ता में आने के
लिए क्या कुछ नहीं करते बड़े बड़े वादे कर देते हैं पानी माफ बिजली हाफ ऐसा कर कर
एक व्यक्ति सामने आया था उसने भी दिल्ली का मजाक बना दिया ऐसा ही एक झूठा वादा एक
चाय बेचने वाले ने किया था उसने पूरे देश का मजाक बना दिया सत्ता में अपनी
लोकप्रियता को बरकरार रखने के लिए लोग क्या क्या झूठे वादे नहीं करते हैं कहते हैं
कि हम मौलिक जरूरतों को पूरा करेंगे अरे यहां पीने का पानी साफ नहीं मिल पाता है
हम लोगों को कहां से मौलिक जरूरतें पूरी होंगी लोग पीने के पानी के लिए तरसते हैं
कहते हैं कि हम जुग्गी झोपड़ी में बताएंगे क्या हमारे लिए बिल्डिंग बना दोगे या
फ्लैट बना दोगे या बंगला बना दोगे बताओ कोई जवाब नहीं होता है यहां पर करते हैं
भाइयों भाइयों भाइयों ऐसे कर के हर किसी को अपने भाषण कर ले लेते हैं आम जनता तो
बेवकूफ बन जाती है इस मामले में अगर यह लोग जनता की मजबूरी का फायदा ना उठाएं तो
आम जनता काफी कुछ कर सकते हैं या तो यह झूठा वादा करें साफ कह दें कि हमने देश बेच
दिया आप हमारा क्या कर सकते हैं यही बात है अब इस बात पर आप सब अगर आप इस देश में जीना चाहते
हैं तो सोचे कि हमें इनकी जरूरत नहीं है इनको हमारी जरूरत है
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